परलोक में भी सुख नहीं पाता आचारहीन मनुष्य

Amalendu Upadhyaya
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What does the scripture say about an evil man

दुराचारी पुरुष के विषय में क्या कहते हैं शास्त्र

Dharma Karma News in Hindi | धर्म का तत्व

आचारहीनं न पुनन्ति वेदा

   यद्यप्यधीता:सह षडभिरंगै

छन्दांस्येनं मृत्युकाले त्यजन्ति

   नीडं शकुन्ता इव जातपक्षा

वसिष्ठ स्मृति

शिक्षा, कल्प, निरुक्त, छन्द, व्याकरण और ज्योतिष

इन छ: अंगों सहित अध्ययन किये हुए वेद भी आचारहीन मनुष्य को पवित्र नहीं करते। मृत्युकाल में आचारहीन मनुष्य को वेद वैसे ही छोड़ देते हैं जैसे पंख उगने पर पक्षी अपने घोंसले को।

आचाराल्लभते ह्यायु

     राचारादीप्सिता: प्रजा:

आचाराद्धनमक्षय्य

     माचारो हन्त्यलक्षणम

मनुस्मृति

मनुष्य आचार से आयु को प्राप्त करता है। आचार से अभिलषित संतान को प्राप्त करता है। आचार से अक्षय धन को प्राप्त करता है और आचार से अनिष्ट लक्षण को नष्ट कर देता है।

दुराचारो हि पुरुषो लोके भवति निन्दित:

दु:ख भागी च सततं व्याधितोल्पायुरेव च

मनुस्मृति ४/१५७

वसिष्ठ स्मृति ६/६

दुराचारी पुरुष संसार में निन्दित सर्वदा दु:खभागी

रोगी और अल्पायु होता है

आचारहीन: पुरुषो लोके भवति निन्दित:

परत्र च सुखी न स्या

त्तस्मादाचारवान भवेत्

शिवपुराण १४/५६

आचारहीन मनुष्य संसार में निन्दित होता है और परलोक में भी सुख नहीं पाता इसलिये सबको आचारवान होना चाहिये

पं हेमन्त त्रिगुणायत

ब्राह्मण सभा नगर अध्यक्ष

अखिल भारतीय तीर्थ पुरोहित महासभा राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य

Pt Hemant Trigunayat. Brahmin Sabha City President, Soron. All India Tirtha Purohit Mahasabha National Executive Member
Pt Hemant Trigunayat. Brahmin Sabha City President, Soron. All India Tirtha Purohit Mahasabha National Executive Member. पं हेमन्त त्रिगुणायत ब्राह्मण सभा नगर अध्यक्ष, सोरों अखिल भारतीय तीर्थ पुरोहित महासभा राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य

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