Manglik dosh & remedies | मांगलिक दोष व उसके उपाय | मंगल दोष व उसके उपाय
आपने भी अक्सर सुना होगा मांगलिक दोष के बारे में। आखिर ये मांगलिक दोष क्या है या मंगल दोष क्या है और मंगल दोष के परिणाम क्या होते हैं।
प्रख्यात ज्योतिषी स्वामी आत्मो विश्वास ने बताया कि कुण्डली में जब प्रथम, चतुर्थ, सप्तम, अष्टम अथवा द्वादश भाव में मंगल होता है तब मांगलिक दोष लगता है।
मांगलिक दोष का विवाह से संबंध
स्वामी आत्मो विश्वास ने बताया कि मांगलिक दोष को विवाह के लिए अशुभ माना जाता है। ऐसी मान्यता है कि जिनकी कुण्डली में यह दोष हो तो उन्हें मंगली जीवनसाथी की ही तलाश करनी चाहिए। ज्योतिष में ऐसे कुछ उपाय भी बताए गए हैं जिनके करने से वैवाहिक जीवन में मांगलिक दोष नहीं लगता।
मंगल दोष के परिणाम
स्वामी आत्मो विश्वास ने बताया कि मांगलिक दोष के कारण पति-पत्नी, पिता और भाई के सुख में कमी रहती है। शादी का रिश्ता पक्का नहीं होता है। विवाह में देरी होगी। शादी के रिश्तों में अनेक प्रकार से अड़चनों का सामना करना पड़ेगा। शादी होने पर भी पति-पत्नी में तनाव की स्थिति बनी रहेगी। मंगल दोष से प्रभावित दंपति शादी के बाद भी एक-दूसरे का सम्मान नहीं करते हैं।